SBI Pashupalan Loan Yojana – ग्रामीण भारत में आज भी पशुपालन लाखों परिवारों की आमदनी का मुख्य स्रोत है। लेकिन अक्सर देखा गया है कि लोगों के पास शुरुआती पूंजी की कमी के कारण वे इस क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ पाते। ऐसे में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए एक सुनहरा मौका दिया है। SBI पशुपालन लोन योजना के तहत अब बिना किसी गारंटी के ₹3 लाख तक का लोन मिल सकता है। यह योजना खासतौर पर उन किसानों, ग्रामीण महिलाओं और छोटे पशुपालकों के लिए है जो कम लागत में डेयरी, बकरी पालन या मुर्गी पालन जैसे व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। इस लेख में हम इस योजना से जुड़ी हर जानकारी को सरल भाषा में साझा करेंगे।
SBI पशुपालन लोन योजना क्या है?
SBI की यह योजना एक क्रेडिट योजना है जो ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। इसका उद्देश्य किसानों और ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता देना है।
- बिना गारंटी ₹3 लाख तक का लोन
- पशु खरीदने, शेड बनाने, चारा खरीदने आदि में उपयोग
- आसान और लचीली भुगतान शर्तें
- ब्याज दरें कम और सब्सिडी का भी विकल्प
योजना की प्रमुख विशेषताएं – जानिए क्या-क्या मिलेगा लाभ में
| विशेषता | विवरण |
|---|---|
| लोन राशि | ₹50,000 से ₹3,00,000 तक |
| गारंटी आवश्यकता | नहीं (कुछ मामलों में बैंक का विवेक लागू) |
| उपयोग | गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी पालन आदि के लिए |
| पुनर्भुगतान अवधि | 3 से 5 वर्ष |
| ब्याज दर | बैंक के अनुसार (6.5% से 9% अनुमानित) |
| सब्सिडी | NABARD या राज्य सरकार की योजनाओं के अनुसार |
| आवेदन शुल्क | न्यूनतम या शून्य |
कौन-कौन कर सकता है इस योजना के लिए आवेदन?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:
BSNL के यूजर्स के लिए धमाकेदार ऑफर – सिर्फ ₹107 में 3 महीने तक मुफ्त कॉल और डेटा का लुत्फ उठाएं!
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए
- उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- ग्रामीण क्षेत्र का निवासी होना चाहिए
- पशुपालन का अनुभव या योजना होनी चाहिए
- बैंक खाता और आधार कार्ड अनिवार्य
कैसे करें आवेदन? आसान स्टेप्स
- अपने नजदीकी SBI ब्रांच में संपर्क करें
- एक सिंपल फॉर्म भरें जिसमें योजना और जरूरी जानकारी मांगी जाती है
- आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पशुपालन योजना का दस्तावेज़ लगाएं
- बैंक अधिकारी से मीटिंग के बाद फील्ड वेरिफिकेशन होता है
- मंजूरी के बाद लोन सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है
किस प्रकार के पशुपालन पर मिल सकता है लोन?
| पशुपालन का प्रकार | आवश्यक पशु संख्या | संभावित लाभ |
|---|---|---|
| डेयरी व्यवसाय | 2–10 गाय/भैंस | दूध बिक्री से ₹15,000+ |
| बकरी पालन | 10–20 बकरी | मीट बिक्री से ₹10,000+ |
| मुर्गी पालन | 100–500 मुर्गियां | अंडा/मीट से ₹12,000+ |
| सूअर पालन | 5–10 सूअर | स्थानीय बाजार में बिक्री |
एक किसान की कहानी – कैसे बदली जिंदगी
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के राम किशन ने 2022 में SBI से ₹2 लाख का पशुपालन लोन लिया। उन्होंने दो भैंस खरीदीं और एक छोटा दूध संग्रह केंद्र शुरू किया। शुरुआती महीनों में ही उन्हें ₹8,000 से ₹10,000 तक की आमदनी होने लगी। अब वे बैंक का लोन नियमित चुका रहे हैं और अपने व्यवसाय को धीरे-धीरे बढ़ा भी रहे हैं।
योजना से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
- समय पर किस्त चुकाने पर ब्याज में छूट भी मिल सकती है
- सरकार की ओर से सब्सिडी के लिए अलग से आवेदन करना पड़ता है
- महिला स्वयं सहायता समूह को प्राथमिकता मिलती है
- बैंक से पशुपालन की ट्रेनिंग भी मिल सकती है
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्र1. क्या यह लोन सिर्फ किसानों को ही मिलता है?
नहीं, कोई भी ग्रामीण नागरिक जिसकी पशुपालन की योजना है, वह आवेदन कर सकता है।
प्र2. क्या किसी संपत्ति को गिरवी रखना जरूरी है?
नहीं, ₹3 लाख तक का लोन बिना गारंटी दिया जाता है। कुछ मामलों में दस्तावेज़ी गारंटी ली जा सकती है।
प्र3. लोन चुकाने की अवधि कितनी होती है?
सामान्यतः 3 से 5 साल के भीतर लोन चुकाना होता है।
प्र4. क्या इस लोन में सब्सिडी भी मिलती है?
हाँ, NABARD या राज्य सरकार की योजनाओं के तहत पात्र लाभार्थी को सब्सिडी मिल सकती है।
प्र5. क्या ऑनलाइन आवेदन भी संभव है?
फिलहाल आवेदन ब्रांच स्तर पर ही होता है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में बैंक ऑनलाइन सुविधा भी शुरू कर रहा है।

